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मछली के बच्चों को सैनिटाइज कैसे करें?

बायोफ्लॉक टैंक में डालने से पहले मछली के बच्चों को सैनिटाइज कैसे करें?

तालाब में डालने से पहले मछली के सीड को कैसे सैनिटाइज करें?

मछली के बच्चों को कभी भी बिना सैनिटाइज करे ना डालें चाहे वो आपका नेचुरल पौंड हो, तालाब हो या फिर बायो फ्लॉक टैंक क्योकि इसके बिना बिमारी आने कि संभावना अधिक रहति है!

हमें कुछ नियमों का पालन करना हैं जिससे एक तो उनके ph को व्यवस्थित करने में सुविधा होगी, दूसरा उनके शऱीर पर अगर किसी भी तरह कि कोई बैक्ट्रिया जो की बीमारी फैला सकता है उससे भी काफी हद तक सुरक्षा मिल जाएगी व

इससे मछली को आपके टैंक में अलग वातावरण में ढलने में और आपके उत्पादन में कम से कम समस्या का सामना करना पड़ेगा !

बायोफ्लॉक टैंक में डालने से पहले मछली के बच्चों को इस तरह से सैनिटाइज करें …

मछली के बच्चों को सैनिटाइज करने के लिए आपको कुछ सामान की आवश्यकता पड़ेगी

1 – नमक , जो की मछली के बच्चों को ट्रांसपोर्टेशन व वातावरण बदलाव से होने वाले तनाव को कम करने व हानिकारक बैक्ट्रिया को समाप्त करने का काम करेगा
2- पोटैशियम परमैग्नेट (लाल दवा) – ये हानिकारक जीवाडुओं को समाप्त करता है जो की फंगस का कारण बन सकते हैं
3- २ छोटे 100 लीटर के टैंक
4 – एयर ट्यूब जो की छोटे टैंक में मछली के बच्चों को हवा देने के काम आएगा

Step 1 : मछली के बच्चों को सैनिटाइज करने से पहले जो सबसे पहले आपको काम करना है वो ये की आपको मछली के बच्चों को बॉक्स से बहार निकल कर पॉलिथीन को चारो तरफ से अच्छे से घुमा कर चैक करलेना है की आपके पास जो फिश सीड आया है वो एक्टिव है या नहीं अच्छी स्थति में है या नहीं मोर्टेलिटी जयादा तोह नहीं है!

इस तरह से चेक करके उसका वीडियो बना लीजिये ताकि अगर कोई नुकसान हुआ है तोह आप अपने सीड उत्पाद से बात करके उसको अपने नुकसान के बारे में बता सकें क्यों की अगर आपने एक बार सीड अपने टैंक में डाल दिया तो फिर कोई भी आपके नुकसान की भरपाई नहीं करेगा !

Step 2 : ph व तापमान का अनुकूलन करना : मछली के बच्चों की पॉलिथीन खोल कर (जैसा वीडियो में बताया है ) उनको रस्सी के सहारे टैंक में लटका देना है ! ये आपको ३०-४० मिनट तक लटका कर रखना है जिससे के अंदर व टैंक का तापमान मिल जाये और फिश सीड के अनुकूलन में कोई समस्या ना आये !

Step 3 – जीवाणु व फंगस रहित करना व तनाव कम करना : पोटैशियम परमैग्नेट व नमक के घोल में डुबाना
– पोटैशियम परमैग्नेट के घोल में फिश सीड को 3-4 बार 10 सेकंड्स के लिए डूबा कर निकलना है व उसके बाद नमक वाले पानी में कम से कम 30-40 मिनट के लिए डुबाकर रखना है

इस वीडियो में दिखाए गए सैनिटाइज के तरीके में कुछ भी समझ में ना आये या और अधिक जानकरी आपको लेनी है तो आप हमसे सम्पर्क कर सकते हैं !

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